रमज़ान माह का पहला अशरा मुकम्मल:अमरोहा में छात्राओं को किया फूड पैकेट वितरित, रोजे के दसवें दिन होता है अशरा

0

अमरोहा में हाशमी गर्ल्स डिग्री कॉलेज अमरोहा में नवरात्रि के समापन एवं रमजान माह का पहला अशरा मुकम्मल होने पर छात्राओं को हाशमी एजुकेशनल ग्रुप की जानिब से फूड पैकेट वितरित किये गये। छात्राओं से खिताब करते हाशमी एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन व कॉलेज प्रबंधक हकीम डॉ. सिराज उद्दीन हाशमी एडवोकेट ने कहा कि रमज़ान माह के पहले रोजे से दसवें रोजे तक पहला अशरा होता है। पहले अशरे को रहमतों व बरकतों का अशरा कहा जाता है।

गरीबों की दिल खोलकर मदद करने का आह्वान

इस अशरे में अल्लाह की रहमत बरसती है, जिसके चलते रोजेदार रोजे रखकर अल्लाह से रहमतों और अज़मतों की दुआएं करते हैं। वैसे तो रमज़ानुल मुबारक का हर लम्हा अज़मतों वाला होता है। इस मुबारक महीने को तीन अशरों में बांटा गया है। पहला अशरा रहमता, दूसरा मगफिरत व तीसरा अशरा जहन्नुम से निजात का होता है। रमजान माह का चांद नजर आते ही शैतान को कैद कर दिया जाता है। जबकि जहन्नुम के दरवाजों को बंद कर जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं।

तीन अशरे में बांटा गया है रमजान को

इस महीने में सवाब का दर्जा 70 गुना बढ़ा दिया जाता है। उन्होंने सभी छात्राओं से रमजान माह में इबादत करने व गरीबों की दिल खोलकर मद्द करने आह्वान किया। आज से रमज़ान माह का दूसरा अशरा मगफिरत शुरू होगा। भूखों की खाना खिलाएं, जरूरतमंदों की मद्द करें और रोजेदारों को इफ्तार कराएं, इससे अल्लाह राजी होकर अपने बंदों को बरकत की रोजी इनायत करता है।

डॉ. सिराज उद्दीन हाशमी एडवोकेट ने बताया कि इस समय महात्मा ज्योतिबाफूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम वर्ष की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं तीन पालियों में आयोजित करायी जा रही हैं। तृतीय पाली की परीक्षा सांय छह बजे खत्म होती है। परीक्षा देने वाली रोजेदार छात्राओं को घर पहुंचने में देर हो जाती है। इसी कारण हाशमी एजुकेशनल ग्रुप द्वारा छात्राओं को अफ्तार के फूड पैकेट प्रदान किये गये हैं। जिससे रोजेदार छात्राएं समय से अपना रोजा इफ्तार कर सके। उधर हिन्दू छात्राओं को नवरात्र के समापन पर बधाई देते हुए फूड पैकेट वितरित की गए।

Share.

About Author

Comments are closed.